The Policy of 3R's i.e. Reduce, Reuse, Recycle We followed to help the environment.
We used seeds to grow them to plants, so that we can plant more trees with less economical input.
We consider using the disposable glass and cups to sow seeds, which were major source of landfills these days. Plastic pots, buckets, jars were also used in growing seeds.
नमस्कार पाठकों! आप सभी का हमारे ब्लॉग में स्वागत है
वृक्ष वॉरियर संस्था सिर्फ़ पौधे लगाने एवम उन्हें बचाने के लिए नहीं अपितु इस समाज में एक छोटे से बदलाव की नीव है, इसकी शुरुवात 2023 में लखनऊ से हुई थी। जून-जुलाई 2023 में जब गर्मी अपने प्रचंड रूप में थी और साल दर साल गर्मी का प्रकोप और पेड़ो की कटाई से दुखी होकर ये निष्कर्ष निकाला गया की हम लोगों को कुछ न कुछ सरकार से इतर होकर इस समाज को एक संदेश देना है की वर्तमान में जो इस धरोहर के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है इसके परिणाम इतने भयावह होंगे की लोग कल्पना भी नहीं कर सकते।कोरोना महामारी के दौरान लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लड़ते देखना, फेफड़ों के कैंसर जैसी वायु जनित बीमारियों में वृद्धि, सर्दियों के मौसम में स्मॉग की समस्या, मौसम चक्र का परिवर्तन हम पहले से ही ऐसी घटनाओं से अवगत हैं।
जुलाई 2023 और जून 2024 के बीच, औसत वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक औसत से 1.64 डिग्री सेल्सियस अधिक और 1991-2020 के औसत से 0.76 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
1850 के बाद से पृथ्वी का तापमान प्रति दशक औसतन 0.11° फ़ारेनहाइट (0.06° सेल्सियस) या कुल मिलाकर लगभग 2° फ़ारेनहाइट बढ़ गया है।
1982 के बाद से वार्मिंग की दर तीन गुना से अधिक तेज है: प्रति दशक 0.36° F (0.20° C)
वैश्विक रिकॉर्ड 1850 में व्यापक अंतर से शुरू होने के बाद से 2023 सबसे गर्म वर्ष था।
इसी संदेश के साथ 3 अगस्त 2023 को लखनऊ के कुकरैल वन में पेड़ो की कटाई के द्वारा खाली हुई जगह पर 32 नए पौधे लगाकर इसकी नींव रखी गई और ये निष्कर्ष निकाला गया की अब इसे एक बड़ी मुहिम में बदलना है और समाज में और भी जो लोग इन चीज़ों से अज्ञान हैं या उन्हें ये चीजें पता नही हैं उन्हें एक मंच तक लेकर आना है।
ये सोचकर हमने 10 जुलाई 2024 को इस पहल को वृक्ष वॉरियर्स नाम दिया। और अब तक वृक्ष वॉरियर परिवार द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सों में वृक्षारोपण किया गया है। जिनमें जौनपुर, आजमगढ, लखनऊ, बनारस, दिल्ली हैदराबाद एवम हरियाणा शामिल हैं।
⚠️हमारा दीर्घकालिक लक्ष्य है: वृक्षारोपण, अपशिष्ट प्रबंधन, वनों की कटाई, वायु प्रदूषण, वैश्विक तापमान वृद्धि और जलवायु परिवर्तनके लिए जागरूकता अभियान, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता एवंसहायता सहित सामाजिक कल्याण कार्यों के लिए इसे एक एनजीओ के रूप में पंजीकृत करना। ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए हरी-भरी जगहें, शुद्ध हवा और एक टिकाऊ भविष्य बना रहे।